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![NCERT solutions for Civics Class 8 [नागरिकशास्र - सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन ३ कक्षा ८ वीं] chapter 5 - न्यायपालिका NCERT solutions for Civics Class 8 [नागरिकशास्र - सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन ३ कक्षा ८ वीं] chapter 5 - न्यायपालिका - Shaalaa.com](/images/civics-class-8-naagarikshaasr-saamaajik-evn-raajnitik-jivn-3-kksaa-8-vin_6:4ba4649e2973473f9d682ec199a7f47b.jpg)
Solutions for Chapter 5: न्यायपालिका
Below listed, you can find solutions for Chapter 5 of CBSE NCERT for Civics Class 8 [नागरिकशास्र - सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन ३ कक्षा ८ वीं].
NCERT solutions for Civics Class 8 [नागरिकशास्र - सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन ३ कक्षा ८ वीं] Chapter 5 न्यायपालिका पाठ में [Pages 56 - 60]
अपनी शिक्षिका की सहायता से इस तालिका में दिए गए खाली स्थानों को भरिए-
विवाद की किस्म | उदाहरण |
केंद्र और राज्य के बीच विवाद | |
दो राज्यों के बीच विवाद | |
दो नागरिकों के बीच विवाद | |
ऐसे कानून जो संविधान का उल्लंघन करते है |
क्या आपको ऐसा लगता है कि इस तरह की न्यायिक व्यवस्था में एक आम नागरिक भी किसी नेता के खिलाफ मुकदमा जीत सकता है? अगर नहीं तो क्यों?
दो वजह बताइए कि लोकतंत्र के लिए स्वतंत्र न्यायपालिका अनिवार्य क्यों होती है?
उपरोक्त मामले को पढ़ने के बाद दो वाक्यों में लिखिए कि अपील की व्यवस्था के बारे में आप क्या जानते हैं।
फौजदारी और दीवानी कानून के बारे में आप जो समझते हैं उसके आधार पर इस तालिका को भरें -
उल्लंघन का विवरण | कानून की शाखा | अपनाई जाने वाली प्रक्रिया |
कुछ लड़के स्कूल जाते वक्त लड़कियों को हर रोज परेशान करते है। | ||
एक किरायेदार को मकान खाली करने लिए मजबूर किया जा रहा है और वह मकान मालिक के खिलाफ अदालत में मुकदमा दायर कर देता है। |
NCERT solutions for Civics Class 8 [नागरिकशास्र - सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन ३ कक्षा ८ वीं] Chapter 5 न्यायपालिका अभ्यास [Pages 64 - 65]
आप पढ़ चुके हैं कि कानून को कायम रखना और मौलिक अधिकारों को लागू करना’ न्याय पालिका का एक मुख्य काम होता है। आपकी राय में इस महत्त्वपूर्ण काम को करने के लिए न्यायपालिका का स्वतंत्र होना क्यों जरूरी है?
अध्याय 1 में मौलिक अधिकारों की सूची दी गई है। उसे फिर पढ़े। आपको ऐसा क्यों लगता है कि संवैधानिक उपचार का अधिकार न्यायिक समीक्षा के विचार से जुड़ा हुआ है?
नीचे तीनों स्तर के न्यायालय को दर्शाया गया है। प्रत्येक के सामने लिखिए कि उसे न्यायालय ने सुधा गोयल के मामले में क्या फैसला दिया था? अपने जवाब को कक्षा के अन्य विद्यार्थियों द्वारा दिए गए जवाबों के साथ मिलाकर देखें।
सुधा गोयल मामले को ध्यान में रखते हुए नीचे दिए गए बयान को पढ़िए। जो वक्तव्य सही हैं उन पर सही का निशान लगाइए और जो गलत हैं उनको ठीक कीजिए।
आरोपी इस मामले को उच्च न्यायालय लेकर गए, क्योंकि वे निचली अदालत के फैसले से सहमत नहीं थे।
सही
गलत
सुधा गोयल मामले को ध्यान में रखते हुए नीचे दिए गए बयान को पढ़िए। जो वक्तव्य सही हैं उन पर सही का निशान लगाइए और जो गलत हैं उनको ठीक कीजिए।
वे सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय में चले गए।
सही
गलत
सुधा गोयल मामले को ध्यान में रखते हुए नीचे दिए गए बयान को पढ़िए। जो वक्तव्य सही हैं उन पर सही का निशान लगाइए और जो गलत हैं उनको ठीक कीजिए।
अगर आरोपी सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से संतुष्ट नहीं हैं तो दोबारा निचली अदालत में जा सकते हैं।
सही
गलत
आपको ऐसा क्यों लगता है कि 1980 के दशक में शुरू की गई जनहित याचिका की व्यवस्था सबको इंसाफ दिलाने के लिहाज से एक महत्त्वपूर्ण कदम थी?
ओल्गा टेलिस बनाम बम्बई नगर निगम मुकदमे में दिए गए फैसले के अंशों को दोबारा पढ़िए। इस फैसले में कहा गया है कि आजीविका का अधिकार जीवन के अधिकार का हिस्सा है। अपने शब्दों में लिखिए कि इस बयान से जजों का क्या मतलब था?
‘इंसाफ में देरी यानी इंसाफ का कत्ल’ इस विषय पर एक कहानी बनाइए।
पन्ना 65 के शब्द संकलन में दिए गए प्रत्येक शब्द से वाक्य बनाइए।
यह पोस्टर भोजन अधिकार अभियान द्वारा बनाया गया है।
इस पोस्टर को पढ़कर भोजन के अधिकार के बारे में सरकार के दायित्वों की सूची बनाइए।
इस पोस्टर में कहा गया है कि “भूखे पेट भरे गोदाम! नहीं चलेगा, नहीं चलेगा!!” इस वक्तव्य को पाठ्यपुस्तक पृष्ठ 61 पर भोजन के अधिकार के बारे में दिए गए चित्र निबंध से मिला कर देखिए।
Solutions for Chapter 5: न्यायपालिका
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NCERT solutions for Civics Class 8 [नागरिकशास्र - सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन ३ कक्षा ८ वीं] chapter 5 - न्यायपालिका
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