CBSE Syllabus For Class 8 [८ वीं कक्षा] Science (विज्ञान): Knowing the Syllabus is very important for the students of Class 8 [८ वीं कक्षा]. Shaalaa has also provided a list of topics that every student needs to understand.
The CBSE Class 8 [८ वीं कक्षा] Science (विज्ञान) syllabus for the academic year 2023-2024 is based on the Board's guidelines. Students should read the Class 8 [८ वीं कक्षा] Science (विज्ञान) Syllabus to learn about the subject's subjects and subtopics.
Students will discover the unit names, chapters under each unit, and subtopics under each chapter in the CBSE Class 8 [८ वीं कक्षा] Science (विज्ञान) Syllabus pdf 2023-2024. They will also receive a complete practical syllabus for Class 8 [८ वीं कक्षा] Science (विज्ञान) in addition to this.
CBSE Class 8 [८ वीं कक्षा] Science (विज्ञान) Revised Syllabus
CBSE Class 8 [८ वीं कक्षा] Science (विज्ञान) and their Unit wise marks distribution
CBSE Class 8 [८ वीं कक्षा] Science (विज्ञान) Course Structure 2023-2024 With Marking Scheme
# | Unit/Topic | Weightage |
---|---|---|
I | विज्ञान | |
1 | फसल उत्पादन एवं प्रबंध | |
2 | सूक्ष्मजीव : मित्र एवं शत्रु | |
3 | संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक | |
4 | पदार्थ : धातु और अधातु | |
5 | कोयला और पेट्रोलियम | |
6 | दहन एवं ज्वाला | |
7 | पौधे एवं जंतुओं का संरक्षण | |
8 | कोशिक - संरचना एवं प्रकार्य | |
9 | जंतुओं में जनन | |
10 | किशोरावस्था की ओर | |
11 | बल तथा दाब | |
12 | घर्षण | |
13 | ध्वनि | |
14 | विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव | |
15 | कुछ प्राकृतिक परिघटनाएँ | |
16 | प्रकाश | |
17 | तारे एवं सौर परिवार | |
18 | वायु तथा जल का प्रदूषण | |
Total | - |
Syllabus
CBSE Class 8 [८ वीं कक्षा] Science (विज्ञान) Syllabus for विज्ञान
- फसल और उसके प्रकार
- खरीफ़ फ़सल
- रबी फ़सल
- आधारिक फसल पद्धतियाँ
- कृषि के लिए मिट्टी तैयार करना
- कृषि-औज़ार
- बुआई और बीज का चयन
- खाद (जैव खाद)
- उर्वरक
- मिट्टी में पोषक तत्वों को फिर से भरने के तरीके
- सिंचाई
- सिंचाई के स्रोत
- सिंचाई की विधियाँ
- सिंचाई के पारंपरिक तरीके
- सिंचाई की आधुनिक विधियाँ
- छिड़काव तंत्र
- ड्रिप तंत्र
- खरपतवार से सुरक्षा
- कटाई
- खाद्यान्न का भण्डारण
- भोजन के रूप में जंतु उत्पाद
- सूक्ष्मजीव और सूक्ष्मजीवशास्त्र
- सूक्ष्मजीव कहाँ रहते हैं।
- सूक्ष्मजीवों का उपयोग
- मित्रवत सूक्ष्मजीव
- दही एवं ब्रेड का बनाना
- सूक्ष्मजीवों का वाणिज्यिक उपयोग
- सूक्ष्मजीवों के औषधीय उपयोग
- मिटटी की उर्वरता में वृद्धि
- पर्यावरण का शुद्धिकरण
- सूक्ष्मजीवों के हानिकारक प्रभाव
- मनुष्य में रोगकारक सूक्ष्मजीव
- जंतुओं में रोगकारक जीवाणु
- पौधों में रोग उत्पन्न करने वाले सूक्ष्मजीव
- खाद्य विषाक्तन (Food Poisoning)
- खाद्य परिरक्षण
- खाद्य परिरक्षण के तरीके
- रासायनिक उपाय
- नमक द्वारा परिरक्षण
- चीनी द्वारा परिरक्षण
- तेल एवं सिरके द्वारा परिरक्षण
- गर्म एवं ठंडा करना
- भण्डारण एवं पैकिंग
- नाइट्रोजन स्थिरीकरण
- जैव रासायनिक चक्रण
- तंतु
- वस्त्र
- मानव-निर्मित तंतु: संश्लेषित रेशे
- संश्लेषित रेशे क्या हैं?
- संश्लेषित रेशों के गुणधर्म
- मानव-निर्मित तंतु: रेयॉन
- मानव-निर्मित तंतु: नाइलॉन
- मानव-निर्मित तंतु: पॉलिएस्टर और एक्रिलिक
- मानव-निर्मित तंतु: प्लास्टिक
- विकल्प पदार्थ - प्लास्टिक
- जैव निम्नीकरणीय प्लास्टिक
- प्लास्टिक के हानिकारक प्रभाव
- प्लास्टिक का पुनःचक्रण
- पदार्थ और इसके गुण
- सामग्री का वर्गीकरण
- धातु
- धातु
- धातुओं के उपयोग
- धातुओं के भौतिक गुणधर्म
- धातुओं के रासायनिक गुणधर्म
- धातुओं का वायु में दहन करने से क्या होता है?
- धातुएँ जब जल के साथ अभिक्रिया करती हैं तो क्या होता है?
- क्या होता है जब धातुएँ अम्लों के साथ अभिक्रिया करती हैं?
- अन्य धातु लवणों के विलयन के साथ धातुएँ कैसे अभिक्रिया करती हैं?
- सक्रियता श्रेणी
- ऑक्सीजन से अभिक्रिया
- क्षारों से अभिक्रियाएँ
- विस्थापन अभिक्रियाएँ
- अधातु
- अधातु
- अधातुओं के उपयोग
- अधातुओं के भौतिक गुणधर्म
- अधातुओं के रासायनिक गुणधर्म
- ऑक्सीजन से अभिक्रिया
- जल के साथ अभिक्रिया
- अम्लों से अभिक्रिया
- क्षारों से अभिक्रियाएँ
- विस्थापन अभिक्रियाएँ
- ऊर्जा के पारंपरिक स्रोत और गैर-पारंपरिक स्रोत
- अक्षय प्राकृतिक संसाधन
- समाप्त होने वाले प्राकृतिक संसाधन
- कार्बन : एक बहुमुखी तत्त्व
- कोयले की कहानी
- कोयला: एक बहुमुखी तत्व
- कोयले की घटना
- कोयले की विशेष विशेषताएं
- गैर-क्रिस्टलीय / अनाकार रूप: कोयला
- कोयले का निष्कर्षण
- गैर-क्रिस्टलीय / अनाकार रूप: कोक
- पेट्रोलियम
- पेट्रोलियम का परिष्करण
- पेट्रोलियम का परिष्करण
- प्राकृतिक गैस
- कुछ प्राकृतिक संसाधन सीमित हैं
- दहन
- दहन क्या है?
- हम आग पर नियंत्रण कैसे पाते हैं?
- दहन के प्रकार
- ज्वाला
- ईंधन के प्रकार
- ईंधन
- ईंधन क्या है?
- ईंधन दक्षता
- वनोन्मूलन एवं इसके कारण
- वनोन्मूलन के परिणाम
- वन का संरक्षण
- वन्यजीवों का संरक्षण
- जैवमण्डल आरक्षण
- नीलगिरी जीव मंडल निचय
- नंदा देवी जीव मंडल निचय
- सुंदर वन जीव मंडल निचय
- मन्नार की खाड़ी का जीव मंडल निचय
- पेड़-पौधे एवं जीव-जंतु
- विशेष क्षेत्री प्रजाति
- वन्यप्राणी अभ्यारण्य
- राष्ट्रीय उद्यान
- रेड डाटा पुस्तक
- प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम
- कागज़ का पुनःचक्रण
- पुनर्वनरोपण
- कोशिका: जीवन की मौलिक इकाई
- कोशिका
- प्रयोग: प्याज के छिलके की सूक्ष्म जांच।
- सूक्ष्मदर्शी का आविष्कार और कोशिका की खोज
- जीव कोशिका की संख्या, आकार और आकृति में विविधता
- कोशिकाओं की संख्या
- कोशिका की आकृति
- कोशिका का साइज़
- कोशिका की संरचना एवं प्रकार्य
- कोशिका अंगक
- निर्जीव पदार्थ और कोशिका समावेश
- रिक्तिका
- जंतु और पादक कोशिका
- प्रोकैरियोटिक और यूकैरियोटिक कोशिका
- पौधों में प्रजनन
- जंतुओं में प्रजनन
- जंतुओं में जनन की विधियाँ
- लैंगिक जनन
- अलैंगिक जनन
- जंतुओं में अलैंगिक जनन
- जंतुओं में लैंगिक जनन
- मनुष्य में लैंगिक प्रजनन
- मानवी स्त्री-प्रजनन संस्थान
- युग्माणू निर्माण (Gamete formation)
- फलन (Fertilization)
- विकास और जन्म (Development and Birth)
- ऋतुचक्र (मासिक धर्म) (Menstrual cycle)
- मानवी स्त्री-प्रजनन संस्थान
- युग्मकजनन
- निषेचन एवं अंतर्रोपण
- भ्रूण का परिवर्धन
- जरायुज एवं अंडप्रजक जंतु - शिशु से वयस्क
- पौधे में अलैंगिक जनन
- द्विअंगी विखंडन
- मुकुलन
- खंडन
- बीजाणु निर्माण
- कायिक प्रवर्धन
- किशोरावस्था एवं यौवनारम्भ
- यौवनारम्भ में होने वाले परिवर्तन
- लंबाई में वृद्धि
- शारीरिक आकृति में परिवर्तन
- स्वर में परिवर्तन
- स्वेद एवं तैलग्रंथियों की क्रियाशीलता में वृद्धि
- जनन अंगों का विकास
- मानसिक, बौद्धिक एवं संवेदनात्मक परिपक्वता प्राप्त होना
- गौण लैंगिक लक्षण
- जनन प्रकार्य प्रारम्भ करने में हार्मोन की भूमिका
- मानव में जनन-काल की अवधि
- लिंग निर्धारण
- मानव में लिंग - निर्धारण
- मधुप (मधुमक्खी) में लिंग - निर्धारण
- लिंग हार्मोन के अतिरिक्त अन्य हार्मोन
- कीट एवं मेंढक में जीवन-चक्र पूर्ण करने में हार्मोन का योगदान
- जननात्मक स्वास्थ्य
- किशोर की पोषण आवश्यकताएँ
- व्यक्तिगत स्वच्छता
- शारीरिक व्यायाम
- नशीली दवाओं (ड्रग्स) का 'निषेध' करें
- किशोरों की पोषण संबंधी आवश्यकताएं
- किशोरावस्था के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता
- बल
- बल - अपकर्षण या अभिकर्षण
- बल अन्योन्यक्रिया के कारण लगते हैं
- बलों की खोजबीन
- बल वस्तु की गति की अवस्था में परिवर्तन कर सकता है
- बल किसी वस्तु की आकृति में परिवर्तन कर सकता है
- बल का प्रभाव
- सम्पर्क बल
- पेशीय बल
- घर्षण
- असम्पर्क बल
- चुंबकीय बल
- स्थिरवैद्युत बल
- गुरुत्वाकर्षण बल
- दाब
- द्रवों द्वारा लगाया गया दाब
- वायुमंडलीय दाब
- वायुदाब में ऊर्ध्वाधर भिन्नता
- वायुदाब का क्षैतिज वितरण
- समुद्रतल वायुदाब का विश्व-वितरण
- ध्वनि
- ध्वनि
- ध्वनि तरंग
- ध्वनि के प्रकार
1. अनुदैर्ध्य तरंग
2. अनुप्रस्थ तरंग
3. श्रव्य, अवश्रव्य और श्रव्यातील ध्वनि
- ध्वनि का उत्पादन
- संगीत वाद्ययंत्र
- मनुष्यों (मानवों) द्वारा उत्पन्न ध्वनि
- ध्वनि का संचरण
- ध्वनि संचरण के लिए माध्यम की आवश्यकता होती है |
- प्रयोग: निर्वात में ध्वनि का संचरण नहीं हो सकता यह दर्शाने के लिए बेलजार का प्रयोग
- मानवी कर्ण
- मानव कर्ण की संरचना
- ध्वनि तरंग की विशेषताएँ
- आवृत्ति (υ)
- आयाम (A)
- आवर्तनकाल / तरंगकाल (T)
- तरंगलांबी (λ)
- स्वरमान
- कांपने वाली, दोलन, दोलन गति
- ध्वनि के गुण
- शोर तथा संगीत
- ध्वनि प्रदूषण
- आकाश देखना
- चंद्रमा और इसकी कलाएँ
- तारे और इसके प्रकार
- तारामंडल
- सौरमंडल
- सूर्य
- ग्रह
- बुध
- शुक्र
- पृथ्वी
- मंगल
- बृहस्पति
- शनि
- यूरेनस
- नेप्ट्यून
- सौर मंडल के अन्य निकाय
- क्षुद्रग्रह
- धूमकेतु
- उल्काएँ तथा उल्कापिंड
- कृत्रिम उपग्रह