CBSE Syllabus For Class 10 [१० वीं कक्षा] Science (विज्ञान): Knowing the Syllabus is very important for the students of Class 10 [१० वीं कक्षा]. Shaalaa has also provided a list of topics that every student needs to understand.
The CBSE Class 10 [१० वीं कक्षा] Science (विज्ञान) syllabus for the academic year 2023-2024 is based on the Board's guidelines. Students should read the Class 10 [१० वीं कक्षा] Science (विज्ञान) Syllabus to learn about the subject's subjects and subtopics.
Students will discover the unit names, chapters under each unit, and subtopics under each chapter in the CBSE Class 10 [१० वीं कक्षा] Science (विज्ञान) Syllabus pdf 2023-2024. They will also receive a complete practical syllabus for Class 10 [१० वीं कक्षा] Science (विज्ञान) in addition to this.
CBSE Class 10 [१० वीं कक्षा] Science (विज्ञान) Revised Syllabus
CBSE Class 10 [१० वीं कक्षा] Science (विज्ञान) and their Unit wise marks distribution
CBSE Class 10 [१० वीं कक्षा] Science (विज्ञान) Course Structure 2023-2024 With Marking Scheme
Syllabus
CBSE Class 10 [१० वीं कक्षा] Science (विज्ञान) Syllabus for विज्ञान
- रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण का परिचय
- रासायनिक समीकरण
- रासायनिक समीकरण लिखना
- संतुलित रासायनिक समीकरण का महत्व
- रासायनिक अभिक्रियाओं के प्रकार
- संयोग अभिक्रिया
- प्रयोग: अमोनिया व हाइड्रोजन क्लोराइड गैस इनकी अभिक्रिया से अमोनियम क्लोराइड यह लवण गैसीय अवस्था मे तैयार होता है.
- प्रयोग: मैग्नेशियम तथा ऑक्सीजन का संयोग होकर मॅग्नेशियम ऑक्साइड यह एक ही उत्पाद बनता है.
- प्रयोग: कॅल्शियम ऑक्साइड और पानी का संयोग होकर कॅल्शियम हाइड्रॉक्साइड Ca(OH)2 तैयार होता है.
- अपघटन (विच्छेदन) अभिक्रिया
- प्रयोग: कैल्शियम कार्बोनेट को गर्मकरने पर उसका अपघटन होकर निर्माण हुई कार्बन डाइऑक्साइड गैस के कारण चूने का पानी दूधिया होता है.
- संयोग अभिक्रिया
- ऑक्सीकरण (उपचयन) और अपचयन
- दैनिक जीवन में उपचयन अभिक्रियाओं का प्रभाव - संक्षारण
- संक्षारण से सुरक्षा
- दैनिक जीवन में उपचयन अभिक्रियाओं का प्रभाव - विकृतगंधिता
- अम्ल, क्षारक एवं लवण का परिचय
- अम्ल एवं क्षारक के रासायनिक गुणधर्म समझना
- प्रयोगशाला में अम्ल एवं क्षारक
- अम्ल एवं क्षारक धातु के साथ कैसे अभिक्रिया करते हैं?
- धातु कार्बोनेट तथा धातु हाइड्रोजनकार्बोनेट अम्ल के साथ कैसे अभिक्रिया करते हैं?
- अम्ल एवं क्षारक परस्पर कैसे अभिक्रिया करते हैं?
- अम्लों के साथ धात्विक ऑक्साइडों की अभिक्रियाएँ
- क्षारक के साथ अधात्विक ऑक्साइड की अभिक्रियाएँ
- सभी अम्लों एवं क्षारकों में क्या समानताएँ हैं?
- जलीय विलयन में अम्ल या क्षारक का क्या होता है?
- अम्ल एवं क्षारक के विलयन कितने प्रबल होते हैं?
- दैनिक जीवन में pH का महत्व
- लवण
- लवण परिवार
- लवणों का pH
- साधारण नमक से रसायन
- क्या लवण के क्रिस्टल वास्तव में शुष्क हैं?
- धातुओं के भौतिक गुणधर्म
- अधातुओं के भौतिक गुणधर्म
- धातुओं के रासायनिक गुणधर्म
- धातुओं का वायु में दहन करने से क्या होता है?
- धातुएँ जब जल के साथ अभिक्रिया करती हैं तो क्या होता है?
- क्या होता है जब धातुएँ अम्लों के साथ अभिक्रिया करती हैं?
- अन्य धातु लवणों के विलयन के साथ धातुएँ कैसे अभिक्रिया करती हैं?
- सक्रियता श्रेणी
- ऑक्सीजन से अभिक्रिया
- क्षारों से अभिक्रियाएँ
- विस्थापन अभिक्रियाएँ
- धातुएँ एवं अधातुएँ कैसे अभिक्रिया करती हैं?
- आयनिक यौगिकों के गुणधर्म
- धातुओं की प्राप्ति
- धातुओं का निष्कर्षण
- अयस्कों का समृद्धीकरण
- सक्रियता श्रेणी में नीचे आने वाली धातुओं का निष्कर्षण
- सक्रियता श्रेणी के मध्य में स्थित धातुओं का निष्कर्षण
- सक्रियता श्रेणी में सबसे ऊपर स्थित धातुओं का निष्कर्षण
- धातुओं का परिष्करण
- दैनिक जीवन में उपचयन अभिक्रियाओं का प्रभाव - संक्षारण
- संक्षारण से सुरक्षा
- अव्यवस्थित को व्यवस्थित करना - तत्वों के वर्गीकरण के प्रारंभिक प्रयास
- डॉबेराइनर का त्रिक
- न्यूलैंड्स का अष्टक सिद्धांत
- मेंडेलीव्ह की आवर्त सारणी
- मेंडेलीव्ह की आवर्त सारणी की विशेषताएँ (गुणधर्म)
- मेंडेलीव्ह की आवर्त सारणी की विषमताएँ
- मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी की उपलब्धियाँ
- मेन्डेलीफ के वर्गीकरण की सीमाएँ
- आधुनिक आवर्त सारणी
- आधुनिक आवर्त सारणी में तत्वों की स्थिति
- आधुनिक आवर्त सारणी की प्रवृत्ति
- जैव प्रक्रम का परिचय
- जैव प्रक्रम क्या है?
- पोषण
- सजीव अपना भोजन कैसे प्राप्त करते हैं?
- स्वपोषी पोषण
- विषमपोषी पोषण
- जीव अपना पोषण कैसे करते हैं?
- मनुष्य में पोषण
- श्वसन
- वहन
- उत्सर्जन
- मानव में उत्सर्जन
- पादप में उत्सर्जन
- नियंत्रण एवं समन्वय का परिचय
- जंतु - तंत्रिका तंत्र
- प्रतिवर्ती क्रिया में क्या होता है?
- मानव मस्तिष्क
- ये ऊतक रक्षित कैसे होते हैं?
- तंत्रिका ऊतक कैसे क्रिया करता है?
- पादपों में समन्वय
- उद्दीपन के लिए तत्काल अनुक्रिया
- वृद्धि के कारण गति
- जंतुओं में हॉर्मोन
- क्या जीव पूर्णतः अपनी प्रतिकृति का सृजन करते हैं?
- विभिन्नता का महत्व
- एकल जीवों में प्रजनन की विधि
- विखंडन
- खंडन
- पुनरुद्भवन (पुनर्जनन)
- मुकुलन
- कायिक प्रवर्धन
- बीजाणु समासंघ
- लैंगिक जनन
- लैंगिक जनन प्रणाली क्यों?
- मानव में लैंगिक जनन
- नर जनन तंत्र
- मादा जनन तंत्र
- क्या होता है जब अंड का निषेचन नहीं होता?
- जनन स्वास्थ्य
- जनन के दौरान विभिन्नताओं का संचयन
- आनुवंशिकता
- वंशागत लक्षण
- लक्षणों की वंशागति के नियम - मेंडल का योगदान
- यह लक्षण अपने आपको किस प्रकार व्यक्त करते हैं?
- लिंग निर्धारण
- विकास
- एक दृष्टांत
- उपार्जित एवं आनुवंशिक लक्षण
- जाति उद्भव
- विकास एवं वर्गीकरण
- विकासीय संबंध खोजना
- जीवाश्म
- विकास के चरण
- विकास को प्रगति के समान नहीं मानना चाहिए
- मानव विकास
- प्रकाश-परावर्तन एवं अपवर्तन का परिचय
- प्रकाश का परावर्तन
- गोलीय दर्पण
- गोलीय दर्पण
- गोलीय दर्पण से संबंधित चिन्ह
1. ध्रुव
2. वक्रता केंद्र
3. वक्रता त्रिज्या
4. मुख्य अक्ष
5. मुख्य नाभि
6. नाभ्यांतर
- गोलीय दर्पणों द्वारा परावर्तन के लिए कार्तीय चिह्न परिपाटी
- दर्पण सूत्र
- गोलीय दर्पण द्वारा होने वाला आवर्धन (M)
- प्रकाश के अपवर्तन
- मानव नेत्र
- मानवी नेत्रों की संरचना
- दृष्टि दोष तथा उनका संशोधन: निकट-दृष्टि दोष
- दृष्टि दोष तथा उनका संशोधन: दीर्घ-दृष्टि दोष
- दृष्टि दोष तथा उनका संशोधन: जरा-दूरदृष्टिता
- प्रिज़्म से प्रकाश का अपवर्तन
- काँच के प्रिज़्म द्वारा श्वेत प्रकाश का विक्षेपण
- वायुमंडलीय अपवर्तन
- वायुमंडलीय अपवर्तन का अनुप्रयोग
- तारों का टिमटिमाना
- अग्निम सूर्योदय तथा विलंबित सूर्यास्त
- प्रकाश का प्रकीर्णन
- प्रकाश के प्रकीर्णन के अनुप्रयोग
- टिंडल प्रभाव
- स्वच्छ आकाश का रंग नीला क्यों होता है ?
- सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय सूर्य का रंग
- विद्युत धारा
- विद्युत परिपथ
- विद्युत विभव और विभवांतर
- विद्युत सेल का विभवांतर
- विद्युत परिपथ आरेख
- ओम (ओह्म) का नियम
- वह कारक जिन पर किसी चालक का प्रतिरोध निर्भर करता है
- प्रतिरोधकों के निकाय का प्रतिरोध
- विद्युत धारा के प्रभाव
- विद्युत धारा का तापीय प्रभाव
- विद्युत धारा के तापीय प्रभाव के व्यावहारिक अनुप्रयोग
- विद्युत धारा का तापीय प्रभाव
- विद्युत शक्ति
- ऊर्जा का उत्तम स्रोत क्या है ?
- ऊर्जा के पारंपरिक स्त्रोत
- ऊर्जा के पारंपरिक स्त्रोतों के उपयोग के लिए प्रौद्योगिकी में सुधार
- वैकल्पिक अथवा गैर-परंपरागत ऊर्जा स्त्रोत
- समुद्रों से ऊर्जा
- ज्वालीय ऊर्जा
- तरंग ऊर्जा
- महासागरीय तापीय ऊर्जा
- समुद्रों से ऊर्जा
- पर्यावरण विषयक सरोकार
- कोई ऊर्जा स्त्रोत हमारे लिए कब तक बना रह सकता है ?
- पारितंत्र - इसके संघटक क्या हैं ?
- आहार श्रृंखला
- आहार जाल
- हमारे क्रियाकलाप पर्यावरण को किस प्रकार प्रभावित करते हैं ?
- ओजोन परत तथा यह किस प्रकार अपक्षयित होती है
- कचरा प्रबंधन
- प्राकृतिक संसाधनों का संपोषित प्रबंधन का परिचय
- हमें संसाधनों के प्रबंधन की क्यों आवश्यकता है ?
- वन एवं वन्य जीवन
- सभी के लिए जल
- बाँध
- जल संग्रहण
- ऊर्जा के पारंपरिक स्रोत और गैर-पारंपरिक स्रोत
- अक्षय प्राकृतिक संसाधन
- समाप्त होने वाले प्राकृतिक संसाधन
- प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन का दृश्यावलोकन