पुष्पों द्वारा स्व-परागण को रोकने के लिए विकसित की गयी दो कार्यनीतियों का विवरण दें। - Biology (जीव विज्ञान)

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Answer in Brief

पुष्पों द्वारा स्व-परागण को रोकने के लिए विकसित की गयी दो कार्यनीतियों का विवरण दें।

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Solution

  • पुष्पों में स्व-परागण को रोकने हेतु विकसित की गयी दो कार्यनीतियाँ निम्न हैं –
  1. स्व-बन्ध्यता (Self-fertility) – इस प्रकार की कार्यनीति में यदि किसी पुष्प के परागण उसी पुष्प के वर्तिकाग्र पर गिरते हैं तो वे उसे निषेचित नहीं कर पाते हैं। उदाहरण-माल्वा के एक पुष्प के परागकण उसी पुष्प के वर्तिकाग्र पर अंकुरित नहीं होते हैं।
  2. भिन्न काल पक्वता (Dichogamy) – इसमें नर तथा मादा जननांग अलग-अलग समय में | परिपक्व होते हैं जिससे स्व-परागण नहीं हो पाता है। उदाहरण-सैक्सीफ्रेगा कुल के सदस्य।
Concept: पुष्प - आवृतबीजियों का एक आकर्षक अंग
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Chapter 2: पुष्पी पादपों में लैंगिक प्रजनन - अभ्यास [Page 43]

APPEARS IN

NCERT Class 12 Biology [जीव विज्ञान १२ वीं कक्षा]
Chapter 2 पुष्पी पादपों में लैंगिक प्रजनन
अभ्यास | Q 8. | Page 43
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