‘परिश्रम और स्वाभिमान से जिंदगी बिताने में आनंद की प्राप्ति होती है’ इसपर अपने विचार लिखिए। - Hindi [हिंदी]

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Short Note

‘परिश्रम और स्वाभिमान से जिंदगी बिताने में आनंद की प्राप्ति होती है’ इसपर अपने विचार लिखिए।

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Solution

व्यक्ति के जीवन की सफलता का मूलमंत्र उसका श्रम है। कठोर परिश्रम ही किसी व्यक्ति, परिवार, समाज अथवा राष्ट्र की प्रगति को सुनिश्चित कर सकता है। दुनिया में कोई भी काम ना ही बड़ा और न तो छोटा होता है। कर्म के प्रति की भावना ही उसे महान तथा क्षुद्र बना सकती है। संसार में अनेक ऐसे उदाहरण हैं, जहाँ लोगों की परिश्रमशीलता ने सफलता का शिखर छुआ है। व्यक्ति को स्वाभिमान के साथ ही अपना जीवन जीना चाहिए। वह काम कोई भी करे, उसे स्वयं को हीन नहीं समझना चाहिए। परिश्रम और स्वाभिमान से सुख वैभव और आनंद प्राप्त होता ही है, साथ ही परिश्रमी व्यक्ति समाज और राष्ट्र की प्रगति का बहुत बड़ा आधार बन जाता है।

Concept: असाधारण
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Chapter 1.11: दो लघुकथाएँ - अभिव्यक्‍ति [Page 51]

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