‘मेरा छोटा-सा निजी पुस्तकालय’ पाठ से आज के विद्यार्थियों को क्या प्रेरणा लेनी चाहिए? - Hindi Course - B

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Short Note

‘मेरा छोटा-सा निजी पुस्तकालय’ पाठ से आज के विद्यार्थियों को क्या प्रेरणा लेनी चाहिए?

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Solution

कहा जाता है कि पुस्तकें मनुष्य की सबसे अच्छी मित्र होती हैं। इनमें तरह-तरह का बहुउपयोगी ज्ञान भरा रहता है। पुस्तकें ज्ञान को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक ले जाने का साधन हैं। ये हमारे सुख-दुख की साथी हैं। पाठ में लेखक भी अंतिम समय तक इनके बीच रहना चाहता है। ऐसे में आज के विद्यार्थियों को पाठ से निम्नलिखित प्रेरणाएँ लेनी चाहिए-

  • पुस्तकों के प्रति प्रेम एवं लगाव बनाए रखना चाहिए।
  • पुस्तकों को नष्ट होने से बचाना चाहिए।
  • पुस्तकों को फाड़ना या जलाना नहीं चाहिए।
  • पुस्तकों के पृष्ठों पर अश्लील बातें नहीं लिखनी चाहिए।
  • पुस्तकें पढ़ने की आदत विकसित करनी चाहिए।
  • उपहार में पुस्तकों का लेन-देन करना चाहिए।
Concept: गद्य (Prose) (Class 9 B)
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Chapter 4: मेरा छोटा-सा निजी पुस्तकालय - अतिरिक्त प्रश्न

APPEARS IN

NCERT Class 9 Hindi - Sanchayan Part 1
Chapter 4 मेरा छोटा-सा निजी पुस्तकालय
अतिरिक्त प्रश्न | Q 10
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