Advertisement
Advertisement
Advertisement
Short Note
जानकारी दीजिए :
निर्गुण शाखा केसंत कवि
Advertisement
Solution
निर्गुण भक्ति शाखा दो शाखाओं में विभाजित थी। एक ज्ञानाश्रयी शाखा और दूसरी प्रेममार्गी शाखा। निर्गुण भक्ति ज्ञानाश्रयी शाखा के प्रमुख कवि कबीर, रैदास, दादू दयाल, नानक तथा मलूकदास आदि हैं। इन कवियों ने निर्गुण निराकार ईश्वर की उपासना पर जोर दिया। उनकी भाषा सीधी-सादी बोलचाल की भाषा है।
Concept: पद्य (Poetry) (11th Standard)
Is there an error in this question or solution?