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Short Note
हामिद ने ‘अतिथि देवो भवः’ परंपरा का निर्वाह किस तरह किया?
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Solution
लेखक तक्षशिला के पौराणिक खंडहर देखने पाकिस्तान गया था। वह भूख-प्यास से बेहाल होकर खाने की तलाश में हामिद की दुकान पर गया। वहाँ वह लेखक की बातों से इतना प्रभावित हुआ कि उसने लेखक को आदर से भोजन ही नहीं कराया बल्कि उसे अपना मेहमान समझकर उससे पैसे नहीं लिए और सदा-सदा के लिए लेखक के मन में अपनी छाप छोड़ दी, इस तरह उसने ‘अतिथि देवो भवः’ परंपरा का निर्वाह किया।
Concept: गद्य (Prose) (Class 9 B)
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