Topics
सौरमंडल से पृथ्वी
हमारे अतीत 1 (इतिहास)
विविधता की समझ
क्या, कब, कहाँ और कैसे?
विविधता एवं भेदभाव
पृथ्वी - हमारा आवास (भूगोल)
आखेट - खाद्य संग्रह से भोजन उत्पादन तक
- आरंभिक मानव: आखिर वे इधर-उधर क्यों घूमते थे?
- आरंभिक मानव के बारे में जानकारी कैसे मिलती है?
- रहने की जगह निर्धारित करना
- आग की खोज
- बदलती जलवायु
- खेती और पशुपालन की शुरुआत
- एक नवीन जीवन-शैली
- जानवर: चलते-फिरते 'खाद्य-भंडार'
- आओ, आरंभिक कृषकों और पशुपालकों के बारे में पता करें?
- स्थायी जीवन की ओर
- सूक्ष्म-निरीक्षण : मेहरगढ़ में जीवन-मृत्यु
ग्लोब: अक्षांश एवं देशांतर
पृथ्वी की गतियाँ
सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन 1 (नागरिक शास्त्र)
आरंभिक नगर
सरकार क्या है?
लोकतांत्रिक सरकार के मुख्य तत्त्व
मानचित्र
क्या बताती हैं हमें किताबें और कब्रें
- दुनिया की प्राचीनतम ग्रंथों में एक
- इतिहासकार ऋग्वेद का अध्ययन कैसे करते हैं?
- मवेशी, घोड़े और रथ
- लोगों की विशेषता बताने वाले शब्द
- खामोश प्रहरी - कहानी महापाषाणों की
- लोगों की सामाजिक असमानताओं के बारे में पता करना
- क्या कुछ कब्रगाहें खास परिवारों के लिए थीं?
- इनामगाँव के एक विशिष्ट व्यक्ति की कब्र
- इनामगाँव के लोगों के काम-धंधे
पृथ्वी के प्रमुख परिमंडल
राज्य, राजा और एक प्राचीन गणराज्य
पंचायती राज
गाँव का प्रशासन
नए प्रश्न नए विचार
पृथ्वी के प्रमुख स्थलरूप
नगर प्रशासन
अशोक: एक अनोखा सम्राट जिसने युद्ध का त्याग किया
हमारा देश: भारत
ग्रामीण क्षेत्र में आजीविका
भारत: जलवायु, वनस्पति तथा वन्य प्राणी
खुशहाल गाँव और समृद्ध शहर
शहरी क्षेत्र में आजीविका
व्यापारी, राजा और तीर्थयात्री
नए साम्राज्य और राज्य
इमारतें, चित्र तथा किताबें
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शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के बारे में नीचे कुछ कथन दिए गए हैं। जिन कथनों से आप सहमत हैं, उन पर निशान लगाइए:
ग्रामीण लोग एवं |
निशान | शहरी लोग | निशान |
आधे से ज्यादा भारतीय गाँवों में रहते हैं। | शहरी जीवन बड़ा आसान होता है। यहाँ के लोग बिगड़े हुए और आलसी होते हैं। | ||
ग्रामीण लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर सतर्क नहीं होते। वे बहुत अंधविश्वासी होते हैं। | शहरों में लोग अपने परिवार के सदस्यों के साथ बहुत कम समय बिताते हैं। | ||
गाँव के लोग बहुत पिछड़े हुए और आलसी होते हैं। वे काम करना पसंद नहीं करते। | शहरी लोग केवल पैसे की चिंता करते हैं, लोगों की नहीं। | ||
फसल की बुवाई और कटाई के समय परिवार के लोग खेतों में 12 से 14 घंटों तक काम करते हैं। | शहरी लोगों पर भरोसा नहीं किया जा सकता, वे चालाक और भ्रष्ट होते हैं। | ||
गाँव वाले गंदे होते हैं। वे साफ नहीं रहते। | शहरों में रहना बहुत महँगा पड़ता है। लोगों की कमाई का एक बहुत बड़ा हिस्सा किराए और आने-जाने में खर्च हो जाता है। |
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